हिंदी व्याकरण में प्रयुक्त लिंग संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका तात्पर्य किसी वाक्य में प्रयुक्त वस्तु या व्यक्ति की जाति दर्शाना होता है। यानि शब्दों के जिस रूप से यह ज्ञात हो सके कि उक्त वस्तु या व्यक्ति सजीव है या निर्जीव, स्त्री है या पुरुष, तो उस रूप को लिंग कहा जाता है।
इस प्रकार, वाक्य निर्माण में प्रयुक्त होने वाले संज्ञा शब्दों की जिस अवस्था से यह पता चलता है कि उक्त पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का, तब उसे लिंग कहते हैं। संक्षेप में, हम कह सकते हैं कि शब्दों की जाति को लिंग कहते है।
हिंदी भाषा में शब्दों का लिंग भेद होना जरूरी है, जिसके आधार पर ही आगे चलकर वाक्य का पूर्ण अर्थ स्पष्ट होता है। जैसे :- राम स्कूल जाता है और सीता मंदिर जाती है। उपरोक्त उदाहरणों में, राम पुल्लिंग और सीता स्त्रीलिंग है।
लिंग के प्रकार – Ling ke Prakar
हिंदी व्याकरण में लिंग मुख्यता तीन प्रकार के होते हैं।
- पुल्लिंग – पुल्लिंग शब्द का संधि विच्छेद पुम + लिंग होता है। यानि जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है, वह पुल्लिंग शब्द कहलाते हैं।
- स्त्रीलिंग – स्त्रीलिंग का संधि विच्छेद करने पर स्त्री+ लिंग आता है। यानि जिन शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है, उसे स्त्रीलिंग शब्द कहते हैं।
- नपुसलिंग – जिन शब्दों से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों लिंग का बोध होता है, उसे नपुसलिंग कहते हैं।
लिंग के उदाहरण – Ling ke Udaharan
पुल्लिंग शब्द
1. संज्ञावाचक नाम – राम, श्याम, रोहित, मोहित, अंश, दीपक, कृष्ण आदि।
2. सजीव नाम – कुत्ता, बंदर, शेर, हाथी, घोड़ा, तोता, कौआ आदि।
3. दिनों के नाम – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार आदि।
4. महीनों के नाम – वैशाख, चैत, मार्च, मई, जून आदि।
5. देशों के नाम – भारत, चीन, रूस, अमेरिका, जापान आदि।
6. फलों के नाम – आम, केला, अमरुद, संतरा, अंगूर आदि।
7. अनाज के नाम – जौ, बाजरा, गेहूं, चना, मक्का आदि।
8. द्रव्य पदार्थ के नाम – पानी, दूध, चाय, शरबत, तेल, घी आदि।
9. शरीर के अंगों के नाम – हाथ, पैर, घुटना, मुंह, अंगूठा, कान, सिर आदि।
10. सागर के नाम – हिन्द महासागर, प्रशांत महासागर, अरब महासागर आदि।
स्त्रीलिंग शब्द
1. संज्ञा नाम – रानी, सीता, गीता, मोहिनी, कामिनी, प्रिया, नेहा आदि।
2. नदियों के नाम – रावी, सतलुज, यमुना, व्यास, गोदावरी, झेलम, गंगा आदि।
3. भाषाओं के नाम – हिंदी, अंग्रेजी, अरबी, फ्रांसीसी, बंगाली, गुजराती, फारसी आदि।
4. धार्मिक ग्रंथों के नाम – गीता, कुरान, बाइबिल, रामायण आदि।
5. हिन्दू तिथियों के नाम – पूर्णमासी, एकादशी, चतुर्थी, अमावस्या आदि।
6. आभूषण के नाम – बिंदी, चूड़ी, नथ, अंगूठी, माला आदि।
7. मसालों के नाम – हल्दी, इलायची, सौंफ, चीनी, लौंग आदि।
8. शरीर के अंगों के नाम – ठोड़ी, आंख, नाक, जीभ, पलकें, उंगली, कलाई आदि।
9. आहार के नाम – कचौरी, रोटी, पूरी, सब्जी, भिंडी, दाल आदि।
10. नक्षत्रों के नाम – रेवती, रोहिणी, चित्रा, मृगशिरा, अश्विनी, भरणी आदि।
नपुसलिंग शब्द
क्लर्क, पत्रकार, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, गवर्नर, डॉक्टर, वकील, प्रोफेसर, प्रबंधक, शिशु, दोस्त, मित्र, सभापति, मेयर, लेक्चर, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आदि। इन शब्दों को स्त्री और पुरुष दोनों के संदर्भ में ही प्रयोग किया जाता है।
इसके अलावा हिंदी भाषा में शब्दों के साथ उपसर्ग और प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग और पुल्लिंग शब्द तैयार किए जाते हैं।

1 thought on “लिंग की परिभाषा – Ling ki Paribhasha”
आपका सोच बिल्कुल ऑथेंटिक है आपका धन्यवाद