भारत की ऐतिहासिक विरासत के तौर पर प्रसिद्ध ताजमहल आगरा में स्थित है, जोकि दुनिया भर के सात अजूबों में से एक है। ताजमहल का निर्माण मुगल शासक शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में करवाया था।
जिसकी अद्भुत वास्तुकला और शिल्पकला के चलते इसे साल 2007 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया है।
ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपके लिए ताजमहल पर निबंध लेकर आए हैं। जोकि स्कूली बच्चों के लिए परीक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। तो चलिए जानते हैं..
ताजमहल का इतिहास

ताजमहल भारत का एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। जोकि आगरा शहर में यमुना नदी के समीप बसा है। इसका निर्माण मुगल शासक शाहजहां, जिन्होंने ही दिल्ली में लाल किले का निर्माण कराया था, उन्होंने अपनी बेगम मुमताज के जाने के बाद उनकी याद में बनवाया था।
इसलिए ताजमहल को प्रेम की निशानी कहा जाता है। ताजमहल का निर्माण काल 17वीं शताब्दी यानि वर्ष 1643 था, लेकिन इसे पूरा बनने में 10 सालों का समय और लग गया था।
जबकि इसका निर्माण साल 1631 में आधिकारिक घोषणा होने के बाद वर्ष 1632 में जाकर शुरू हुआ था। कहा जाता है कि मुगलों के पांचवे शासक शाहजहां ने ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ काट दिए थे, ताकि दूसरा ताजमहल ना बन सके।
इसके आगे अब हम ताजमहल के बारे में बिंदुवार तरीके से जानेंगे।
- ताजमहल के बनने में कुल 52.8 अरब रुपयों की लागत आई थी।
- ताजमहल का निर्माण कार्य भी महान कारीगर और शिल्पकार अहमद लाहौरी ने किया था। जिनके अधीन होकर ताजमहल के निर्माण कार्य में करीब 20,000 से अधिक मजदूर लगे थे।
- ताजमहल के निर्माण में मुगल शासक शाहजहां ने सफेद संगमरमर पत्थरों का उपयोग कराया था।
- ताजमहल के भीतर मुगल शासक शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज की कब्रें मौजूद हैं।
- ताजमहल की ऊपरी सतह पर गुंबद और मीनार का निर्माण किया गया है।
- ताजमहल मुख्य रूप से 42 एकड़ जमीन में फैला है।
- ताजमहल के ऊपर बना गुंबद हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है, जोकि हिंदुओं की आस्था के आधार पर उल्टे कलश जैसा प्रतीत होता है।
- इस गुंबद के चारों ओर गोलाकार छतरी बनाई गई हैं, जिससे ही मुमताज महल के मकबरे पर रोशनी फैलती है।
- हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ताजमहल के गुंबद के ऊपर पर चंद्रमा की जो आकृति बनी हुई है, वह भगवान शिव का प्रतीक चिह्न है।
- ताजमहल के चारों ओर करीब 40 मीटर ऊंची मीनारें स्थापित की गई हैं। जिनको बाहर की ओर झुकाव देकर बनाया गया है, ताकि अगर मीनारें गिरे भी, तो ताजमहल को कोई नुकसान ना पहुंचने पाए।
- ताजमहल के अंदर प्रवेश करते हुए एक स्लोगन लिखा है…जिसे पढ़कर आपको जीवन में सुख शांति की अनुभूति होती है।
- ताजमहल में जो लेख रखे गए हैं ,वह ठुलूठ लिपि में लिखे गए हैं, जिसको फारसी विद्वान अमानत खां ने लिखा है।
- ताजमहल सम्पूर्ण दुनिया में अपनी बेहतरीन नक्काशी, चित्रकारी और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसकी वास्तुकला का श्रेय ईसा खान को दिया जाता है।
- ताजमहल भारतीय, इस्लामिक, मुस्लिम, परसी आदि समस्त सभ्यताओं का प्रतीक है, जहां आपको इन सभी का मिश्रण देखने को मिलता है।
- 1800 ईसवी के दौरान इसके गुंबद पर बने कलश को सोने से बनाया गया था, लेकिन अब वह कांसे से निर्मित है।
- ताजमहल की दीवारों पर कांच के टुकड़ों से इस्लाम धर्म के पवित्र पुस्तक कुरान की आयतें लिखी गई हैं। साथ ही मुगल शासकों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले अस्त्र शस्त्र भी यहां संभालकर रखे गए हैं।
- ताजमहल के निर्माण में करीब 28 प्रकार के पत्थरों का प्रयोग किया गया था। जोकि बगदाद, अफगानिस्तान, तिब्बत, मिस्त्र, रूस और ईरान आदि जगहों से मंगाए गए थे।
- ताजमहल के चारबाग को मुगल बाग के नाम से भी जाना जाता है, जिसके बीच में एक तालाब बना हुआ है, जहां से ताजमहल की परछाई साफ दिखाई पड़ती है। इस बाग के चारों ओर काफी पेड़ और फव्वारे लगे हुए हैं, जोकि ताजमहल की सुंदरता को और बढ़ा देते हैं।
- ताजमहल के भीतर एक मेहराब भी है, जहां एक समय पर करीब 559 मुस्लिम लोग नवाज पढ़ सकते हैं।
- ताजमहल के निर्माण की डिजाइन दिल्ली स्थित हुमायूं के मकबरे और खान का मकबरा नामक प्रसिद्ध भारतीय इमारतों से प्रेरित है।
ताजमहल से जुड़े रोचक तथ्य
- रवींद्रनाथ टैगोर ने ताजमहल को संगमरमर का एक स्वप्न कहकर संबोधित किया है।
- ताजमहल के आसपास दक्षिण दिशा में ताजगंग और मुमताजगंज नाम से बस्तियां भी मौजूद हैं।
- शरद पूर्णिमा के दिन ताजमहल की सुंदरता देखने लायक होती है, इस दिन ये अन्य दिनों की तुलना में अधिक आकर्षक लगता है।
- ताजमहल को द्वितीय विश्व युद्ध, भारत पाकिस्तान के युद्ध और मुंबई हमलों के दौरान हरे कपड़े से ढक दिया गया था, ताकि इसे दुश्मन की नजर से बचाया जा सके।
- ताजमहल सुबह के समय गुलाबी, दिन में सफेद और शरद पूर्णिमा के दिन सुनहरा लगता है।
- ताजमहल की ऊंचाई भारत के कुतुब मीनार से भी 3 मीटर अधिक है।ताजमहल दुनिया भर के सभी पर्यटन स्थलों में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली जगह है, जहां हर दिन करीब 12,000 से अधिक पर्यटन आते हैं।
- ताजमहल की संरचना शैली के आधार पर ही विदेशों में कई सारी इमारतों का निर्माण किया गया है। जैसे… न्यू जर्सी स्थित ट्रंप ताजमहल, अटलांटिक सिटी, विंडो ऑफ द वर्ल्ड थीम, त्रिपोली श्राइन मंदिर आदि।
- पुरातत्वविदों का मानना है कि ताजमहल केवल एक लकड़ी पर खड़ा है। ये लकड़ी यमुना नदी में मिली थी, जिसके आधार पर ही ताजमहल इतने वर्षों से खड़ा है।
- औरंगाबाद में स्थित बीबी के मकबरे को मिनी ताजमहल की संज्ञा दी गई है।
मुगल शासक शाहजहां और मुमताज के प्रेम की निशानी है या नहीं…अद्भुत ताजमहल
मुगल शासक शाहजहां ने परसिया देश की राजकुमारी मुमताज से निकाह किया था। जिनसे शाहजहां बहुत अधिक प्रेम किया करते थे। लेकिन मुमताज ने जब अपनी 14वीं संतान को जन्म दिया, तभी उनकी मृत्यु हो गई।
जिसके बाद शाहजहां ने उनकी याद में इस खूबसूरत मकबरे का निर्माण कराया था। जिसे ताजमहल के अलावा मुमताज मकबरे के नाम से भी जाना जाता है।
हालांकि हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ताजमहल तेजोमहालय था, जिसका संबंध भगवान शिव से है, इसको लेकर कई सारे प्रमाण भी मौजूद हैं। ऐसे में ताजमहल मुगल शासक शाहजहां ने बनवाया या किसी हिंदू ने…इस बात पर हमेशा वाद विवाद होता आया है।
इस प्रकार, ताजमहल भारतीय समाज के प्रमुख और दर्शनीय स्थलों में से एक है, जिसकी खूबसूरती के चर्चे सारी दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
हालांकि आगरा में बढ़ते प्रदूषण, कारखानों से निकलते हानिकारक रसायन और अम्लीय वर्षा के चलते ताजमहल अपनी सुन्दरता खो रहा है, जिसके संरक्षण के प्रति हम सबकी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी बनती है।
