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SEO Techniques in Hindi
यदि हमने कोई नई दुकान खोली है, हमने उसकी सजावट पर बहुत मेहनत की है, सारा समान भी अच्छी क्वालिटी का रखा है, सब कार्य नियमों के अनुसार किए हैं। इस सब के बावजूद भी हमे दुकान में ग्राहक बुलाने के लिए इश्तहार की ज़रूरत होती है।
जो चीजें हमारे हाथ में होती हैं, उन सबको करने के बाद भी हम कुछ बाहरी सहायता को ढूंढते हैं जो हमारा प्रचार करके हमारा market rank ऊंचा कर सके।
यह सब कुछ, एक एक चीज़ हमारी website के केस में भी बिलकुल समान होती है। Website एक तरह से हमारी online दुकान ही होती है जिसे search engine पर ऊँचे रैंक की अभिलाषा होती है। परंतु on-page SEO करने के बाद भी कुछ कमी रह जाती है जो हमारे हाथ में नहीं होती।
यहां से off-page SEO strategy का जन्म होता है जो हमारे content पे निर्भर नहीं होती मगर हमारे प्रचार और users का विश्वास बनाने के लिए होती है।
आईए off-page optimisation करने के तरीकों को विस्तार में समझते हैं—

Backlinks
बैकलिंक किसी दूसरी website या blog पर आपकी website या blog के link को कहते हैं। इन बैकलिंक्स से आपको दो तरीको से फायदा होता है – पहला यह की अगर किसी अच्छी वेबसाइट पर आपका लिंक होगा तो लोग उस लिंक पर click करके आपकी वेबसाइट पे आएंगे, इससे आपको direct traffic मिलेगा।
दूसरा यह कि जितने आपके पास ज्यादा backlinks होंगे, Google जैसे search-engines उतना ही आपको अच्छी authority वाली website मानेंगे क्योंकि लोग अच्छी websites को ही लिंक करते हैं। इस तरह आपकी रैंक Google में बढ़ जाएगी।
अब बात करते हैं कि backlinks बनाये कैसे?
देखिये अगर आपका content अच्छा है तो लोग आपको link करेंगे ही। नहीं तो बैकलिंक बनाने के और भी तरीके होते हैं जैसे कि – सीधे bloggers से contact करना लिंक्स के लिए लेकिन बिना किसी फायदे के कोई आपको लिंक नहीं देगा।
इसलिए आमतोर पर हम bloggers के लिए एक Guest post लिखते हैं जिसमें हम अपनी वेबसाइट का link डाल देते हैं। इससे दूसरे bloggers को फ्री में एक post मिल जाता है और आपको एक link।
इस बात का खास ध्यान रखें कि एक ही website से ज़्यादा बारी ना backlink करें, इसका प्रभाव नकारात्मक हो सकता है।
यह भी याद रखें कि किसी established या मशहूर website से backlink करने की कोशिश करें।वो website खुद SERP पर ऊंचे दर्जे पे होनी चाहिए। छोटी छोटी sites से backlink करने में इतना प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Blogging
पहले भाग में हमने यह डिस्कस किया को दूसरी sites में यदि हमारी site का लिंक ही तो traffic बढ़ सकता है। परंतु इस कार्य के लिए site ढूंढ ना आसान काम नहीं है, इसलिए सोचिए अगर वो दूसरी साइट भी हमारी खुद की हो तो उससे कितना फायदा होगा। इसे blogging कहते हैं।
अपने blog पर regularly किसी ना किसी विषय पर article डालते रहें।इस article में अपनी मुख्य website के लिंक डाल दें परंतु link add करते समय ध्यान रखें कि link की quality और keywords links की मात्रा से अधिक अनिवार्य होते है। ज़्यादा link होने ज़रूरी नहीं है।
यदि आप अभी एक छोटी website हैं और किसी कारण-वश आप अपना blog own नहीं कर सकते तो बहुत सारे ऐसे प्लैटफॉर्म्स होते हैं को guest blog का भी स्वागत करते हैं। आप उन sites पे अपने articles अपलोड कर सकते हैं, वह guest blog भी यही मकसद पूरा करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।
Social media
आज कल के internet के ज़माने में social media की सहायता लिए बिना किसी चीज़ में सफलता नहीं मिलती।अपनी website का rank बढ़ाने में social media sites ब्रह्मास्त्र की तरह काम कर सकती हैं, आईए इनको एक एक करके विस्तार में जानते हैं—

- Facebook: आप अपने बिजनेस के बारे में facebook page बनाएं तो bio में अपनी website का link ज़रूर डालें। और bio में अपनी website की खासियत भी mention करें। Google के लिए यह जानकारी SERP पे दिखाने के लिए काफी लाभदायक होती है।
- Twitter: आप twitter में एक account बना सकते हैं। साथ ही में लोगों को follow कर सकते हैं। अगर आप routinely अपने product या blog के बारे में tweet करेंगे और लोग उन्हें पसंद करेंगे तो इससे भी आपकी वेबसाइट को फायदा होगा।
- Youtube: Youtube पर video डालते हुए भी आप description में अपनी site का link दे सकते हैं, किसी और वीडियो के comment में भी अपना लिंक दे सकते हैं।
- Quora: सवाल जवाब करने वाली sites जैसे quora या yahoo answers भी आपके site के liye SEO करने में सहायता कर सकती हैं। आप अपनी साइट के content से जुड़े हुए किसे विषय पर सवाल लिख कर उसके जवाब में अपनी website का लिंक साथ दे सकते हैं।
- Pinterest पर तस्वीरें डाल कर भी आप user को अपनी site तक खींच सकते हैं, तस्वीर के नीचे description में अपनी website का लिंक दे सकते हैं, या फिर तस्वीर को ही अपनी site तक hyperlink बना सकते हैं।
Share करने लायक content
यदि user को आपका content अच्छा लगा और वो उसे कहीं share करना चाहे तो वो सुविधा एक click पर उपलब्ध होनी चाहिए। आपने boht सारी sites इसी देखी होंगी जो सीधा सोशल मीडिया पे content share करने की option देती हैं। उसी page पर facebook, twitter, instagram, आदि के icon दिए होते हैं जिनको click करने से जानकारी share करने का विकल्प होता है। यह option SEO के नज़रिए से important है।
Directory Submission
जब पुराने ज़माने में mobile फोन नहीं हुआ करते थे और लोग landline का नंबर खोजने के लिए directory का उपयोग करते थे। बिलकुल उसी तरह internet पर भी बहुत सारी web directory होती हैं, Google इसी list पर crawl करके यूज़र के लिए search result ढूँढता है। इन directories में आप अपनी website या blog का URL डाल सकते हैं ताकि गूगल पर उसकी आसानी से नजर पड़ सके।
Conclusion
इस chapter में हमने off page SEO in hindi एवं उसके विभिन्न तरीकों को सीखा। लोग अक्सर off-page SEO को on-page SEO से कम तरजीह देते हैं और इसके फ़ायदों को नज़रअंदाज़ करते हैं, परंतु यह भी on-page स्ट्रेटजी जितना अनिवार्य है।
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2 thoughts on “Off Page SEO in Hindi | Off Page SEO kya hai और कैसे करें ?”
Plz bataney ka kasht karein ki web directories kaun kaun si hoti hain. saathi hai yah bhi batayein ki dusrey ke video aur blogs ke comment box mein link daalney se koi NEGATIVE impact to nahi hota hai?
Vaise apkey dwara di gayi jankari bahut hi achhhi hai… dhanyawaad.
Web directories ke bare me aap yahan se padh sakte hian – https://www.searchenginejournal.com/web-directories-list/287799/.
Baki blog comments se koi negative impact nahi hota halaki positive impact bhi nahi hota. Bass aap kuch traffic jaroor divert kar sakte hain.