युग्म शब्द क्या है? – Yugm Shabd Kya Hote Hain?
हिंदी व्याकरण में जिन शब्दों के उच्चारण तो समान होते हैं लेकिन उनके अर्थ अलग अलग होते हैं, वह युग्म शब्द कहलाते हैं। युग्म शब्द को मुख से बोलते समय मुख्यता एक सी ध्वनि निकलती है लेकिन उन शब्दों के अर्थों में प्रायः अंतर होता है। इनका प्रयोग हिंदी गद्य की अपेक्षा काव्य में अधिक होता है। इन्हें श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द भी कहते हैं, जिसका तात्पर्य समान लेकिन भिन्न अर्थ वाले शब्दों से लगाया जाता है। युग्म शब्दों में शब्दों के उच्चारण के बदलते ही शब्द का अर्थ भी बदल जाता है। ऐसे में हमें व्याकरण संबंधी शुद्धता के लिए युग्म शब्दों और उनके विभिन्न अर्थों की जानकारी होना आवश्यक है। जोकि निम्न प्रकार से हैं।
युग्म शब्द और उनके अर्थ – Yugm Shabd ke Udaharan
- अंस – कंधा
अंश – हिस्सा - अन्न – अनाज
अन्य – दूसरा - अनिल – हवा
अनल – आग - अंबु – जल
अंब – माता - अध्ययन – पढ़ना
अध्यापन – पढ़ाना - अधम – नीच
अधर्म – पाप - अली – सखी
अलि – भौंरा - अपेक्षा – इच्छा
उपेक्षा – निरादर - अवलंब – सहारा
अविलंब – देर - आकर – खान
आकार – रूप - आदि – आरंभ
आदी – अभ्यस्त - आवास – रहने का स्थान
आभास – झलक - आरति – विरक्ति
आरती – ईश्वर की पूजा - आयत – समकोण चतुर्भुज
आयात – बाहर से आना - आर्त – दुःखी
आर्द – गीता - इंदु – चंद्रमा
इंदुर – चूहा - इत्र – सुगंध
इतर – दूसरा - उपकार – भलाई
अपकार – बुराई - उपाधि – पद
उपाधी – उपद्रव - एतवार – रविवार
ऐतवार – विश्वास - कंगाल – भिखारी
कंकाल – हड्डियों का ढांचा - कपि – बंदर
कपी – घिरनी - कृत्ति – मृगचर्म
कीर्ति – यश - कली – अधखिली
कलि – कलियुग - करकट – कूड़ा
कर्कट – केकड़ा - खोआ – दूध से बना ठोस पदार्थ
खोया – खो जाना - ग्रह – सूर्य, चंद्रमा आदि
गृह – घर - गज – हाथी
गज – मापक - गिरी – गिरना
गिरि – पर्वत - गण – समूह
गण्य – गिनने योग्य - चिर – पुराना
चीर – कपड़े का टुकड़ा - चिता – लाश जलाने के लिए लकड़ियों का ढेर
चीता – बाघ - चक्रवात – बबंडर
चक्रवाक – चकवा पक्षी - चुकना – समाप्त होना
चूकना – समय पर न करना - छत्र – छाता
क्षय – क्षत्रिय - जलज – कमल
जलद – बादल - जोश – आवेश
जोष – आराम - जूति – वेग
जूती – छोटा जूता - टुक – थोड़ा
टूक – टुकड़ा - डोर – सूत
ढोर – मवेशी - तड़ाक – जल्दी
तड़ाग – तालाब - तरणि – सूर्य
तरणी – नाव - तुला – तराजू
तूला – कपास - तप्त – गर्म
तृप्त – संतुष्ट - तोश – हिंसा
तोष – संतोष - दारु – लकड़ी
दारू – शराब - दमन – दबाना
दामन – आंचल - दिन – दिवस
दीन – गरीब - देव – देवता
दैव – भाग्य - धराधर – शेषनाग
धड़ाधड़ – जल्दी - निहत – मरा हुआ
निहित – छिपा हुआ - नीरज – कमल
नीरद – बादल - नगर – शहर
नागर – चतुर व्यक्ति - नशा – बेहोशी
निशा – रात - नारी – स्त्री
नाड़ी – नब्ज - प्रसाद – भोग
प्रासाद – महल - पास – नजदीक
पाश – बंधन - परवाह – चिंता
प्रवाह – बहाव - पानी – जल
पाणी – हाथ - पवन – हवा
पावन – पवित्र - फण – सांप का फण
फन – कला - फुट – अकेला
फूट – खरबूजा - बलि – बलिदान
बली – वीर - बहन – बहिन
वहन – ढोना - बंदी – कैदी
वंदी – भाट - बात – वचन
वात – हवा - बहु – बहुत
बहू – पुत्रवधू - बार – अनेक प्रयास
वार – दिन या प्रहार करना - बगुला – एक पक्षी
बगूला – बवंडर - बाजु – बिना
बाजू – बांह - भवन – महल
भुवन – संसार - भारतीय – भारत का निवासी
भारती – सरस्वती - भोर – सवेरा
विभोर – मग्र - भंगि – लहर
भंगी – भंग करने वाला - भिड़ – बरें
भीड़ – जनसमूह - मनुज – मनुष्य
मनोज – कामदेव - मांस – गोश्त
मास – महीना - मूल – जड़
मूल्य – कीमत - मणि – एक रत्न
मणी – सांप - मौलि – चोटी
मौली – जिसके सिर पर मुकुट धारण हो - रंक – गरीब
रंग – वर्ण - रोचक – क्रियाशील
रेचक – दस्तावर - राइ – सरदार
राई – एक तिलहन - लवण – नमक
लवन – खेती की कटाई - लक्ष्य – उद्देश्य
लक्ष – लाख - वित्त – धन
वृत्त – गोलाकार - वस्तु – चीज
वास्तु – मकान - वासना – कामना
बासना – सुगंधित करना - विधायक – रचने वाला
विधयेक – विधान - विस्तर – विस्तृत
बिस्तर – बिछावन - शुल्क – फीस
शुक्ल – उजला - शहर – नगर
सहर – सबेरा - शाला – घर
साला – पति का भाई - शीशा – कांच
सीसा – एक धातु - शराव – मिट्टी का प्याला
शराब – मदिरा - हरि – विष्णु
हरी – हरे रंग का - हंसी – हंसना
हंसी – हंसनी - हुक – पीठ का दर्द
हूक – हृदय की पीड़ा - हल् – शुद्ध व्यंजन
हल – खेत जोतने का औजार - हाड़ – हड्डी
हार – पराजय
50 अन्य युग्म शब्द
- हुति – हवन
हूति – बुलावा - हूठा – अंगूठा
हूंठा – साढ़े तीन का पहाड़ा - हुंकार – ललकार
हुंकार – पुकार - हूण – एक मंगल जाति
हुन – मोहर - सेव – बेसन का पकवान
सेब – एक फल - सन्मति – अच्छी बुद्धि
संमति – परामर्श - संतति – संतान
सतत – सदा - सिर – मस्तक
सीर – हल - सुकृति – पुण्य
सुकृति – पुण्यवान - संभावना – संदेह
समभावना – तुल्यता की भावना - शाली – एक प्रकार का धान
साली – पत्नी की बहन - शकट – बैलगाड़ी
शकठ – मचान - शिवा – पार्वती
सिबा – अलावा - शांत – शंतियुक्त
सान्त – अंतवाला - शर्म – लाज
श्रम – मेहनत - व्यंग – विकलांग
व्यंग्य – ताना - वरद – वर देने वाला
विरद – यश - रोशन – प्रकट
रोषण – कसौटी - रंक – गरीब
रंग – वर्ण - रग – नस
राग – लय - मल – गंदगी
मल्ल – पहलवान - मेघ – बादल
मेध – यज्ञ - प्रबल – शक्तिशाली
प्रवर – श्रेष्ठ - पीक – पान आदि का थूकना
पिक – कोयल - पति – स्वामी
पत – सम्मान - बाट – रास्ता
वाट – हिस्सा - बिना – अभाव
बीना – एक बाजा - बदन – शरीर
वदन – मुख - बाई – झाड़ू पोछा करने वाली स्त्री
बायीं – उल्टी तरफ - बाला – लड़की
वाला – एक प्रत्यय - टुक – थोड़ा
टूक – टुकड़ा - टोटा – घाटा
टोंटा – बंदूक का कारतूस - डोर – सूत
ढोर – मवेशी - तुला – तराजू
तूला – कपास - द्विप – हाथी
द्वीप – टापू - दंश – डंक
दश – दश अंक - दौर – चक्कर
दौड़ – दौड़ना - धूरा – धूल
धुरा – अक्ष - निर्झर – झरना
निर्जर – देवता - नाई – तरह
नाई – हजाम - कोर – किनारा
कौर – ग्रास - कोड़ा – चाबुक
कोरा – नया - गुड़ – शक्कर
गुड़ – गंभीर - ग्रंथ – पुस्तक
ग्रंथि – गांठ - चरि – पशु
चरी – चरागाह - जवान – युवा
जव – वेग - जिला – मंडल
जीला – चमक - जोश – आवेश
जोष – आराम - झल – जलन
झल्ल – सनक - जगत – कुएं का चौतरा
जगत् – संसार।
उपरोक्त के अलावा भी हिंदी भाषा में कई युग्म शब्द मौजूद होते हैं, जिनका उच्चारण समान होता है लेकिन वह अर्थ में विभिन्न होते हैं।
