English Grammar in Hindi | अंग्रेजी ग्रामर सीखें हिंदी में।

English Grammar in Hindi

वर्तमान समय में अंग्रेजी भाषा (English Language) का इस्तेमाल वैश्विक तौर पर किया जा रहा है। जिसके कारण यह दुनिया भर में लोगों द्वारा बोली जाने वाली सबसे प्रचलित भाषा बन गई है। ऐसे में आज हम आपको आरंभ से अंग्रेजी भाषा और उसकी व्याकरण (English Grammar) से रूबरू कराने जा रहे हैं। जिसका अध्ययन करके आप भी English सीख सकते हैं।

अंग्रेजी व्याकरण का सामान्य परिचय (Introduction of English Grammar)

किसी भी भाषा को ठीक प्रकार से सीखने, पढ़ने और लिखने के लिए व्याकरण का अध्ययन किया जाता है। जिसके अंतर्गत वर्ण, शब्द, वाक्य, चिन्हों और खंडों आदि का इस्तेमाल किसी भाषा को प्रभावी बनाने के लिए कैसे किया जाता है, यह सिखाया जाता है।

क्योंकि किसी भाषा को उचित तरीके से सीखने के लिए हमें व्याकरण के निश्चित नियमों को जानने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए English Grammar का अध्ययन करके ही आप English language को नियमबद्ध तरीके से सीख सकते हैं। और जिससे आपकी इस भाषा पर पकड़ मजबूत हो सकती है।


अंग्रेजी व्याकरण के प्रकार (Types of English Grammar)

English grammar को मुख्यता 5 भागों में बांटा गया है।

  1. वर्ण विचार (Orthography) – इसके अंतर्गत English Grammar में वर्णमाला (Alphabets), स्वर (vowels) और व्यंजन (consonants) आदि का अध्ययन किया जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि English में कुल 26 alphabets, 5 vowels और 21 consonants होते हैं।

  2. शब्द विचार (Etymology) – इसमें अनेक प्रकार के शब्दों का अध्ययन किया जाता है। English Grammar का अध्ययन करते समय शब्दों के अलग-अलग रूपों को parts of speech के अंतर्गत बताया गया है। जोकि निम्न प्रकार हैं:-
    1. Noun (संज्ञा)- किसी वस्तु, व्यक्ति और स्थान आदि के लिए प्रयोग किए गए शब्दों को Noun कहते हैं। Example:- Delhi, Book, Ram, Pen etc.

    2. Pronoun (सर्वनाम) – संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त शब्दों को pronoun कहते हैं। Exmaple:- She, He, I, You, We, They etc.

    3. Verb (क्रिया) – जिन शब्दों से वाक्य में कर्ता द्वारा कर्म करने की पुष्टि की जाती है, वह verb कहलाते हैं। Example:- Go, Come, Eat, Sing, Jump etc.

    4. Adjective (विशेषण) –
      जो शब्द noun और pronoun की विशेषता बतलाते हैं, वह विशेषण कहलाते हैं। Example:- Beautiful, Good, Bad, Honest, Small, Big etc.

    5. Adverb (क्रियाविशेषण) – जो शब्द noun, pronoun के अलावा वाक्य में प्रयुक्त adjective की विशेषता बतलाते हैं, वह adverb कहलाते हैं। Example:- Happily, Loudly, Very, deeply, lovely etc.

    6. Preposition (संबंधसूचक) – यह किसी वाक्य में प्रयुक्त होकर noun और pronoun का संबंध वाक्य के अन्य शब्दों से कराते हैं, जिन्हें preposition कहा जाता है। example:- On, Up on, In, under, with, from, of etc.

    7. Conjunction (संयोजक) – यह किसी वाक्य में मौजूद शब्दों, खंडों, वाक्यों और उपवाक्यों को परस्पर जोड़ने का काम करता है, जिसे हम conjunction कहते हैं। exmaple:- Or, And, But, Until etc.

    8. Interjection (विस्मयादिबोधक) – जो शब्द किसी वाक्य में प्रयुक्त होकर हृदय के भावों को व्यक्त करते हैं, वह Interjection कहलाते हैं। example:- Alas, Hurrah, Oh, Bravo etc.


  3. वाक्य विचार (Syntax) – इसमें शब्दों के प्रयोग से वाक्य की रचना कैसे की जाती है, यह बताया जाता है। साथ ही English Grammar में वाक्यों के प्रकार यानि types of sentences को भी समझाया जाता है। जोकि निम्न प्रकार के होते हैं:-
    1. Affirmative Sentence (सकारात्मक वाक्य)- यह एक प्रकार से साधारण वाक्य होते हैं।
      Example – राम स्कूल जाता है।
      (Ram goes to school)

    2. Negative Sentence (नकारात्मक वाक्य)- इस प्रकार के वाक्यों में किसी कार्य को लेकर ना और नहीं का बोध होता है। Exmaple – राम स्कूल नहीं जाता है। (Ram does not go to school)

    3. Interrogative Sentence (प्रश्नवाचक वाक्य)- इनमें एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति से प्रश्न पूछे जाते हैं। Example – क्या राम स्कूल जाता है? (Does ram go to school?)

    4. Imperative Sentence (आदेशात्मक वाक्य)- इसमें कर्ता छुपा रहता है और इस प्रकार के वाक्यों में आदेश देने का बोध होता है। Example – अंदर आओ। (Come in)

    5. Exclamatory Sentence (विस्मयादिबोधक वाक्य)- हृदय के भावों को व्यक्त करने के लिए इस प्रकार के वाक्यों का प्रयोग किया जाता है। Example – हम जीत गए! (Hurrah! We won)

    6. Optative Sentence (इच्छासूचक वाक्य)- इस प्रकार के वाक्यों के माध्यम से अपनी इच्छा या ईश्वर से प्रार्थना की जाती है। Example – तुम्हारी आयु लम्बी हो! (May God live long!)


  4. चिन्ह विचार (Punctuation) – इसके अंतर्गत   English Grammar में किसी वाक्य के दौरान विराम चिन्हों (punctuation marks) का प्रयोग कैसे किया जाता है, यह विस्तार से बताया जाता है। जोकि निम्न प्रकार के होते हैं-
    1. Full stop (.) पूर्ण विराम – किसी वाक्य के अंत में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

    2. Interrogation (?) प्रश्न वाचक चिह्न – प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में इसका प्रयोग किया जाता है।

    3. Comma (,) अल्प विराम – जब किसी वाक्य को दो खंडों में विभाजित किया जाता है, तब इसका इस्तेमाल किया जाता है।

    4. Colon (:) अपूर्ण विराम – जब वाक्य में किसी शब्द को अलग दर्शाना होता है, तब इसका प्रयोग किया जाता है।

    5. Semi colon (;) अर्द्ध विराम – किसी बड़े वाक्य में छोटे वाक्यों को जोड़ने के दौरान इसका प्रयोग किया जाता है।

    6. Exclamation mark (!) विस्मयादिबोधक वाक्य – इसका प्रयोग Exclamatory वाक्यों के साथ किया जाता है।

    7. Colon Dash (:-) विवरण चिह्न – किसी वाक्य में कोई सूचना या जानकारी देने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

    8. Brackets (), {}, [ ] कोष्ठक – इनका प्रयोग मुख्यता शब्दों के बीच में किया जाता है।


  5. छंद विचार (prosody) – उपरोक्त में English को Grammer के माध्यम से गद्य और पद्य दोनों ही तरीकों से कैसे पढ़ा और लिखा जाता है, इसके बारे में जानकारी दी जाती है।

इसके अलावा भी, आगे हम English Grammar के अंतर्गत अन्य कई टॉपिक्स को आपके साथ साझा करेंगे। जिन्हें पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें।  


अंशिका जौहरी

मेरा नाम अंशिका जौहरी है और मैंने पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है। मुझे सामाजिक चेतना से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से लिखना और बोलना पसंद है।

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