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कौन है एमबीए चायवाला?(MBA Chai Wala Net Worth)
प्रफुल्ल बिलोर, ( Prafull Billore ) जोकि मध्य प्रदेश के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाला एक बीकॉम स्नातक का छात्र है इसे ही यानि प्रफुल्ल को एमबीए चायवाला के नाम से जाना जाता है। ये ‘एमबीए चाय वाला फ्रैंचाइज़ी’ के मालिक हैं, जो अब ‘चाय’ और उसके सपनों पर बना 5 करोड़ का एक बेहतरीन साम्राज्य है।
प्रफुल्ल बिल्लौर का जीवन परिचय (About MBA Chaiwala)
MBA Chai Wala full form | Mr Billore Ahmedabad |
पूरा नाम | प्रफुल्ल बिल्लौर ( Prafull Billore ) |
प्रसिद्धि का कारण | एमबीए चायवाला की दुकान |
जन्म तारीख | 14 जनवरी 1996 |
धर्म (Religion) | हिंदू |
जाति (Caste) | ब्राह्मण |
वर्तमान उम्र (Age) | 26 साल |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
जन्म स्थान | धार,मध्यप्रदेश |
पढ़ाई | B.Com और MBA Dropout |
वर्तमान निवास | अहमदाबाद,गुजरात,भारत |
प्रफुल्ल बिल्लौर का जन्म (About Birth Of Prafull Billore)
समस्त भारत में एमबीए चायवाला के तहत मशहूर प्रफुल्ल बिल्लौर वर्ष 1996 में भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य के धार जिले में 14 जनवरी के दिन पैदा हुए थे।
प्रफुल्ल को था एमबीए का शौक
जी हाँ दरअसल अपने साथियों की तरह, प्रफुल्ल भारत के प्रमुख बी-स्कूलों से एमबीए करने को लेकर बहुत ही उत्साहित थे। उनके एमबीए की डिग्री लेने का एकमात्र मकसद आकर्षक वेतन खुशहाल जिंदगी था।
उनके माता-पिता भी अपने बेटे के लिए एमबीए प्रवेश परीक्षा को पास करने और देश के एक अच्छे से कॉलेज में उनको प्रवेश मिल जाने से बहुत ही प्रसन्न थे। प्रफुल्ल की भी इसमें बेहद रुचि थी ।
कैट परीक्षा की तैयारी में अपने दो साल बर्बाद करने के बाद, प्रफुल्ल दोनों बार परीक्षा पास करने में असफल रहा। उसके बाद, प्रफुल्ल ने अपने बी-स्कूल के सपने के टूटने के कारण बहुत उदास हो गया था।
प्रफुल्ल इससे बहुत थक जाने के कारण अपने हर काम से विराम लेना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपना बैग पैक किया और अपना मूड ठीक करने के लिए पूरे देश में घूमने के लिए निकल पड़े।
आखिरकार, कई शहरों की यात्रा करने के बाद, प्रफुल्ल का मन थोड़ा खुश हुआ उसके बाद इन्होंने अहमदाबाद जाने का निर्णय लिया और वहीं रहकर नौकरी की तलाश करने के लिए तैयार हो गये। इन्होंने 200 रुपये प्रति घंटे की नौकरी की कमाई के लिए मैकडॉनल्ड्स में काम करना शुरू किया, जिसमें इन्हे लगभग 6000 रूपए प्रति महीने मिलते थे।
शुरुआत में MBA चायवाला को करना पड़ा कई मुश्किलों का सामना
आपको बता दें कि प्रफुल्ल ने मूल रूप से हाउसकीपिंग स्टाफ के रूप में अपने कार्य की शुरुआत की थी और अंततः एक कैशियर के रूप में मैकडॉनल्ड्स में सीढ़ी चढ़ना शुरू किया। हालाँकि ये बहुत अच्छी वृद्धि कर रहे थे, लेकिन इन्हें किसी और के लिए काम करना बिल्कुल भी पसंद नहीं,
ये किसी के भी आदेश पे काम नहीं करना चाहते थे बल्कि अपनी अलग एक पहचान बनाना चाहता थे। ये अक्सर प्रशंसा करते थे, “किसी और के लिए बर्गर क्यों बेचते हैं, जबकि मैं खुद बना और बेच सकता हूं,” और इनकी यही सोच 3 करोड़ एमबीए चायवाला साम्राज्य की उत्पत्ति के लिए बहुत अहम थी।
एमबीए चाय वाला की दुकान (Shop Of MBA Chai Wala)

प्रफुल्ल बिलोर ने शुरुआत में एक स्टॉपगैप चाय बूथ का उद्घाटन किया, और पहला दिन इनके लिए बहुत उदासी भरा रहा क्योंकि वहां एक भी ग्राहक नहीं था। लेकिन फिर भी इन्होंने हार नहीं मानने का फैसला किया और एक नई प्रक्रिया से एक नये प्रकार की योजना बनाई।
दूसरे दिन, ये ग्राहकों के पास दोस्ताना इशारों से जाने लगे और उनसे अंग्रेजी में बात करने लगे। लोग इनके अंग्रेजी बोलने से बहुत प्रभावित हुए कि एक चाय वाला के अंग्रेजी बोलने से प्रभावित होकर लोग उसकी चाय की दुकान पर आने लगे।
यहाँ लोगों को चाय के साथ टोस्ट भी दिया जिससे लोग उसकी दुकान से संतुष्ट हुए और उस दिन प्रफुल्ल को चाय के पांच गिलास के लिए 150 रुपये मिले। प्रफुल्ल की चाय का व्यवसाय धीरे-धीरे सभी लोगों के बीच बहुत ख्याति प्राप्त करने लगा।
जाहिर सी बात है इस बात से भारत का बच्चा बच्चा अवगत है कि यहाँ हर किसी को चाय पीना कितना पसंद है। सुबह उठते ही सबसे पहले लोग चाय ही मांगते हैं जब तक चाय नहीं मिलती तब तक उनकी आंखें नहीं खुलती।
प्रफुल्ल की इस चायवाला बनने की यात्रा में आश्चर्यजनक कठिनाई
एक दिन प्रफुल्ल को अपने पिता का फोन आया और उन्होंने इससे पूछा कि ये इन दिनों क्या कर रहा है। जहां प्रफुल्ल को फोन पर अपने पिता से झूठ बोलना पड़ा कि वो एमबीए के बारे में सोच रहा है इसलिए वो खुद को दोषी महसूस कर रहा था, इसलिए उसने आगे बढ़कर पास के शहर के एक दूसरे कॉलेज में एमबीए में प्रवेश ले लिया है और अपनी पढ़ाई कर रहा है।
इसकी कक्षाओं में इनका बहुत समय बचता था, और इसे ऐसा लगता था कि ये जो करना चाहता था उसे करने के बजाय अपना समय बर्बाद कर रहा था। इसके अलावा, इसे लगा कि ये कहीं और एक अच्छा अवसर खो रहा है। लेकिन प्रफुल्ल अपने पिता की अपने बेटे की एमबीए करने की इच्छा और चाय बेचने के अपने सपने के बीच हमेशा फंस जाता था।
किस्मत भी एक कर्मनिष्ठ व्यक्ति का समर्थन करती है
प्रफुल्ल अपने सपने को धुंधला होने से नहीं बचा सका, और एक दिन वो अपनी एमबीए की कक्षा से बाहर निकल गया और फिर कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब उसके पास पूरी दुनिया में प्रोजेक्ट करने और अपना चाय का व्यवसाय फिर से शुरू करने का समय था, और वो अब खुद को मुक्त महसूस कर रहा था।
इन्होंने दूर दूर जाकर चाय की कई किस्मों को आजमाया और भारत में सबसे अच्छी चाय तैयार करने के लिए इसके स्वाद के साथ एक अलग किस्म की चाय बनाने के बहुत से प्रयोग किये। वर्तमान में इनकी कुल संपत्ति 3 करोड़ भारतीय रुपये से अधिक है
MBA चायवाला फ्रैंचाइज़ का बिजनेस मॉडल काम कर गया
व्यवसाय कुशल तरीकों को बनाए रखने और उचित प्रकार से स्वच्छता बनाए रखने के लिए मशीनों की मदद से अपने कई चाय कप तैयार करने के लिए कियोस्क मॉडल का उपयोग करना शुरू किया।
इसी तरह, ये तकनीक खाद्य स्वच्छता बनाए रखने में मदद करती है और परिचालन लागत को भी कम करती है। नतीजा ये होता है कि, स्टॉक सस्ते हो जाते हैं और फ्रैंचाइज़ी उत्पादों को बेचने में अच्छा मार्जिन अर्जित करती है।
एमबीए चायवाले की मार्केटिंग रणनीति (Marketing)
एमबीए चायवाला की मार्केटिंग टीम हमेशा अपने अभियानों को वर्ड ऑफ़ माउथ और पीआर रणनीतियों, डिजिटल मार्केटिंग, मेम्स मार्केटिंग और चल रहे रुझानों के साथ संचालित करती है।
विशेष ग्राहक (Customer’s MBA Chaiwala)
ये बात हम सभी जानते हैं कि भारतीय चाय का सेवन भारत के सभी उम्र के लोग चाहें वो बच्चे हों, जवान या फिर बूढ़े सभी करते हैं और अधिकतर घरों में भी चाय पी जाती है। प्रफुल्ल का सिद्धांत सभी आयु वर्ग के लोगों को उचित दरों पर अपने ग्राहकों को स्वस्थ और स्वास्थ्यकर चाय और नाश्ता देने पर है। इसीकारण से लोग इनकी दुकान पर आकर चाय पीना अधिक पसंद करते हैं।
एमबीए चाय वाला अकादमी (MBA Chai Wala Academy)
आपको बता दें कि इन्होंने सभी को उद्यमिता के बारे में सिखाने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के पाठ्यक्रमों को चुनकर लाखों लोगों को ऑनलाइन शिक्षित करने के लिए अपनी खुद की एक अकादमी एमबीए चायवाला अकादमी के नाम से शुरू की है।
एमबीए चायवाला (MBA Chai Wala Franchise)
जो व्यक्ति प्रफुल्ल बिल्लौर के एमबीए चायवाला चाय की दुकान की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं, उन्हें इसकी फ्रेंचाइजी लेने के लिए ₹3,00,000 से लेकर के ₹4,00,000 तक का इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है और चाय की दुकान खोलने के लिए उन्हें 100 स्क्वायर फीट की जगह की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके अलावा अन्य आवश्यक लाइसेंस भी उन्हें लेने होंगे।
एमबीए चायवाला कांटेक्ट (MBA Chaiwala‘s Contact)
- ईमेल – info@mbachaiwala.com
- अधिकारिक वेबसाइट – mbachaiwala.com
- फोन नंबर – 877 056 55 69
- यूट्यूब चैनल – Prafull MBA CHAI WALA – YouTube
- इन्स्टाग्राम अकाउंट – prafullmbachaiwala@instagram
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