पिता पर निबंध | Essay on father in hindi

essay on father

एक पिता के जितना जीवन में संघर्ष शायद ही कोई अन्य व्यक्ति कर सकता है। संघर्ष करके जीवन में सफल होना तो हम केवल अपने पिता से ही सीख सकते हैं।

पिता ही होते हैं जो अपनी सभी मुश्किलों, बुरे वक्त को भुलाकर परिवार में खुशियां बांटते हैं। पिताजी पूरे दिनभर कष्टों का सामना करके, एक एक रुपए जोड़कर पूरे परिवार का पालन पोषण करते हैं।

एक पिता ही पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपनी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाता है। पिता अपने आप को बाहर से बहुत कठोर दिखाते हैं परंतु उनके जितना सरल, दयालु, और अच्छा कोई हो ही नहीं सकता।

पिता जी हमेशा अपनी खुशियों को नजरअंदाज करके अपने परिवार की खुशियों के बारे में सोचते हैं। वे अपने लिए बहुत ही कम वस्तुओं का संग्रह करते हैं लेकिन अपने बच्चों और अपने परिवार के लिए किसी भी चीज की कमी नहीं होने देते।

एक पिता ही होते हैं जो एक बेटे, एक भाई, और एक अच्छे जीवनसाथी के रूप में सदा अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं।

हमारे जीवन में पिता का स्थान सर्वोच्च होता है। पिता के द्वारा कमाई गई धनराशि से ही हम उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने पैरों पर खड़े हो पाते हैं। पिता हमें समाज में रहने की, बात करने की शिक्षा देते हैं। एक पिता हमेशा अपने परिवार के साथ खुशियां बांटते हैं।

वे कभी भी अपनी कोई भी परेशानी हमसे नहीं बताते। उनके इस त्याग और इस संघर्ष को देखकर हम सभी को आगे बढ़ने का हौसला मिलता है। पिता जी हमें हमेशा आगे बढ़ने की शिक्षा देते हैं।

कभी भी मुश्किलों से घबरा कर अपने लक्ष्य को छोड़ना नहीं सिखाते बल्कि उनसे संघर्ष करके उन पर विजय प्राप्त करना हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए ये बताते हैं, ये बात हमें हमारे पिता ही बताते हैं।

एक पिता से ज्यादा संघर्ष और कोई नहीं कर सकता। इसलिए एक पिता हमेशा अपने बेटे या बेटी के लिए आदर्श होते हैं। 

पिताजी अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों को बहुत ही अच्छी तरह समझते हैं। इसलिए वे कभी भी आलस नहीं करते हर रोज अपने कार्य के लिए जाते हैं। यदि वे कभी बीमार भी होते हैं तो भी अपने कर्तव्य को नहीं भूलते।

ऐसा लगता है कि एक पिता जितना त्याग और प्यार कोई अन्य व्यक्ति नहीं कर सकता। एक पिता अपने पारिवारिक कर्तव्य के साथ-साथ सामाजिक कर्तव्य और व्यवहार को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं। हमारे पूरे समाज में उन्हें आदर के साथ बुलाया जाता है। 

पिता अपने बच्चों को हमेशा दूसरों को सम्मान देना ही सिखाते हैं। वे हमे बताते हैं कि हम जैसा व्यवहार दूसरों के साथ करते हैं वैसा ही हमारे साथ अन्य लोग करते हैं। इसलिए हमे सदैव दूसरों की सहायता करनी चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।

पिता की ये सभी बातें हमें बहुत अच्छी लगती हैं। हमें भी इन बातों पर अमल करना चाहिए। एक पिता बहुत ही धैर्यवान होते हैं। वे हमेशा अपने कार्य को बहुत ही समझदारी और धैर्यता से करते हैं इसीलिए वे हमेशा सफल होते हैं। उनके प्रतिदिन के कार्य क्षमता को देखकर हमें भी साहस और हौसला मिलता है। 

पिता अपने बच्चों के लिए दुनिया के सबसे अच्छे इंसान होते हैं। वे अपने बच्चों की हर छोटी बड़ी खुशियों का ख्याल रखते हैं। एक पिता के लिए उनके बच्चे ही पूरी दुनिया होते हैं। पिताजी ही होते हैं जिनके कारण पूरा घर अनुशासन में रहता है।

अनुशासन में रहना हम अपने पिताजी से सीखते हैं। एक पिता कभी भी अपने कार्य क्षेत्र की बातें घर में करके अपने परिवार को चिंता में नहीं डालते हैं। कोई भी समस्या हो वे हंसते हंसते हर गम छिपा लेते हैं। अपने परिवार के सभी जरूरतों को से हंसते-हंसते पूरा करते हैं।

वे कभी भी गुस्सा नहीं करते अगर उनके बच्चों से कभी कोई गलती हो जाए तो प्यार से उन्हें समझाते हैं। एक पिता सदैव अपने माता पिता को भी समय देता है। उनसे हाल-चाल पूछ कर उनकी हर एक इच्छा को पूरा करते हैं।

एक पिता अच्छे इंसान के साथ साथ एक अच्छे पुत्र, अच्छे भाई, और एक अच्छे जीवन साथी भी होते हैं।
पिता जी अपने कार्यक्षेत्र में अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से करते हैं। एक पिता अपने बच्चों को भी इमानदारी की राह पर चलना सिखाते हैं।

एक पिता ही अपने पुत्र को अनुशासन में रहना और अपने से बड़े बुजुर्गों का आदर सम्मान करना सिखाते हैं। वे अपने बच्चे की असफलता और सफलता दोनो में सदैव साथ खड़े रहते हैं।

पिता अपने बच्चे के बुरे वक्त में उसे साहसी लोगों की कहानियां सुनाकर उनमें जोश भरते हैं और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा और हौसला देते हैं। दरअसल एक पिता परिवारिक जिम्मेदारियों के साथ सामाजिक व्यवहार को भी सरलता से निभाता है।

वे गरीबों और आस पड़ोस में रहने वाले लोगों, जानवरों, पक्षियों आदि की हमेशा यथा संभव मदद करते हैं। वे हमेशा सत्य बोलते हैं और अपने बच्चों को भी हमेशा सत्य बोलने के लिए प्रेरित करते हैं। 

वे कहते हैं कि सत्य बोलने से हमें किसी भी बात का डर नहीं रहता है। हमारे पिता हमे अपनी सत्य बात को आगे रखने की शिक्षा देते हैं और अपने लक्ष्य को सफलता पूर्वक प्राप्त करने में हमारी हर संभव मदद करते हैं।

चाहे आर्थिक परिस्थिति कितनी भी कमजोर क्यों ना हो परंतु अपने बच्चों की शिक्षा के लिए एक पिता अपना सब कुछ दांव पर लगा देता है। परंतु अपने बच्चे को उच्च शिक्षा देता है और उसे अपने पैरों पर खड़ा होने का साहस और सामर्थ्य देता है।

पिता अपने व्यापारिक कार्य करने के साथ-साथ परिवार के लोगों के साथ भी समय व्यतीत करते हैं। वे अपने परिवार को भी भरपूर समय देते हैं। जिस कारण पूरा परिवार एकजुट रहता है और परिवार में खुशी का माहौल बना रहता है। 

उपसंहार

माता पिता एक बूढ़े वट वृक्ष के समान होते हैं। जिन्होंने साथ मिलकर हर जीवन की हर खुशी और हर एक गम को देखा हैं। उन्होंने जीवन का हर एक पल जिया है जिस कारण उन्हें हर एक अच्छे बुरे व्यक्ति को समझने  की समझ है।

पिता का आशीर्वाद जब तक उनके बच्चों के साथ रहता है तब तक उनके बच्चों को किसी भी बात की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है। 

एक पिता हमेशा कष्टों को खुद सहन करता है और अपने बच्चों को केवल खुशियां देता है। इसीलिए हम सभी इतना खुशहाल जीवन जी पाते हैं। हमे हमारे पिता के द्वारा किए गए संघर्षों को कभी भी नहीं भूलना चाहिए।

हमे उनके बुढापे में उनका सहारा बनना चाहिए। एक अच्छे इंसान के साथ साथ एक अच्छा पुत्र भी बनकर अपने पिता के सामने आना चाहिए। जिससे आपके पिता समाज के सामने अपना सीना चौड़ा करके दिखा सकें।

हमे अपने माता पिता के प्रेम और संघर्ष को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्ही कारण आज हम हमारे जीवन में सफलता हासिल कर रहे हैं। हमारा सफल होना हमारे माता पिता के आशीर्वाद और प्रार्थना का फल है।

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